दर्द जब खुद ही संवर जाता है
जाने कितनों का ग़म चुराता है
मेरे ज़ख्मों का चीरकर सीना
कर्ज़ औरों के वो चुकाता है
तेरी सोहबत का उस पे साया है
और, हरदम उसे सताता है
रास्ते भर वो बात करता रहा
जी लिया, और फिर जिया भी नहीं
रिश्ता कुछ इस तरह निभाता है
क्या करेगा गिरि जहां का ग़म
तबीयत से तू मुस्कुराता है
- आकर्षण कुमार गिरि
bhaut hi acchi...
जवाब देंहटाएंदर्द का संवरना फिर औरों के ग़म चुराना...
जवाब देंहटाएंबहुत खूब कहा है... सुन्दर रचना...
"जी लिया और फिर जिया भी नहीं, रिश्ता वो इस तरह निभाता है " ... बहुत खूब
जवाब देंहटाएंumda gazal...
जवाब देंहटाएंhar sher arthpoorn.
बेहतरीन गज़ल.
जवाब देंहटाएंबहुत खूब ...
जवाब देंहटाएंशुभकामनायें आपको !
bhut khoob.thanks.
जवाब देंहटाएंक्या करेगा गिरी जहां के गम देखकर
जवाब देंहटाएंये दुनिया गमों का साया है ......
दर्द जब खुद ही संवर जाता हैजाने कितनों का ग़म चुराता है
जवाब देंहटाएंमेरे ज़ख्मों का चीरकर सीनाकर्ज़ औरों के वो चुकाता है
भावों क सहज प्रवाह इस कविता की संवेदना को ग्राह्य बनाता है .....शुक्रिया आपका
बेहतरीन रचना...
जवाब देंहटाएंबहुत ही मनभावन प्रस्तुति । कामना है सर्वदा सृजनरत रहें । मेरे नए पोस्ट पर आपकी आतुरता से प्रतीक्षा रहेगी । धन्यवाद ।
जवाब देंहटाएंDude, you you must be a writer. Your text is so great
जवाब देंहटाएंFrom Great talent
बहुत सुंदर रचना ! बधाई !
जवाब देंहटाएंgiri ji bahut sundar ghazl likhi hai,,, bhai mja aa gya... abhar.
जवाब देंहटाएंबहुत सुंदर । नया वर्ष आपके लेखनी की धार और भी पैनी करे ।
जवाब देंहटाएंएक अच्छी रचना के लिए ढेर सारी बधाइयाँ |
जवाब देंहटाएंHey there superb blog! Does running a blog like this take a lot of work?
जवाब देंहटाएंI've virtually no knowledge of programming but I had been hoping to start my own blog in the near future. Anyway, should you have any recommendations or techniques for new blog owners please share. I understand this is off topic however I simply wanted to ask. Thank you!
Here is my page :: here on the website
भाई आकर्षण गिरि जी
नमस्कार !
दर्द जब ख़ुद ही संवर जाता है
जाने कितनों का ग़म चुराता है
वाऽह ! क्या बात है ! अच्छा मतला है
खूबसूरत रचना !
…आपकी लेखनी से सुंदर रचनाओं का सृजन ऐसे ही होता रहे, यही कामना है …
शुभकामनाओं सहित…
"जी लिया और जिया भी नहीं
जवाब देंहटाएंरिश्ता कुछ इस तरह निभाता है"
उम्दा शेरों से सजी लाजवाब ग़ज़ल - बहुत सुंदर गिरी जी - हार्दिक बधाई
.
जवाब देंहटाएंबहुत सुन्दर प्रस्तुति .बधाई
प्रयास सफल तो आज़ाद असफल तो अपराध [कानूनी ज्ञान ] और [कौशल ].शोध -माननीय कुलाधिपति जी पहले अवलोकन तो किया होता .पर देखें और अपने विचार प्रकट करें
Dear Akarshan , I read somewhere that nothing lasts .... not even pain ......... प्रभावशाली है आपकी यह रचना ..... अगले का इंतजार है
जवाब देंहटाएंDear Akarshan , I read somewhere that nothing lasts .... not even pain ......... प्रभावशाली है आपकी यह रचना ..... अगले का इंतजार है
जवाब देंहटाएं