हरेक शब की सहर हो ये जरूरी तो नहीं है.
हरेक लब पे तेरा ग़म हो जरूरी तो नहीं है.
खामोश दिल की सदाओं को वो सुन लेगा यकीनन
समझ जाए वो दिल की बात जरूरी तो नहीं है.
कुछ भी हो मोहब्बत में बड़ा नाम होता है.
हमारी राय भी ऐसी हो जरूरी तो नहीं है.
जिंदगी दूर - बहुत दूर ले के आई है.
उठ के मंजिल भी चली आये जरूरी तो नहीं है.
दरवाज़ा खोलने से पहले इत्मीनान हो लेना.
हर दस्तक पर मैं होऊं जरूरी तो नहीं है.
महफ़िल में बरसते रहे फूलों से कई शेर.
छोड़ जाएँ छाप दिल पर जरूरी तो नहीं है.
चाँद तक जा पहुंचे हैं कदम आज इंसान के.
चाँद को बात ये पसंद हो जरूरी तो नहीं है.
इस शहर का एक शायर,एक नाविक और एक महफ़िल.
रात भर चाँद को ढूंढें ये जरूरी तो नहीं है.
एक बार फिर से उसके निशाने पर है गिरि.
ये उसका आखिरी हो तीर जरूरी तो नहीं है.
आकर्षण.
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